लिंग परिवर्तन कर अजय से बनीं अप्सरा, मिला कांग्रेस महासचिव का पद
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कांग्रेस पहली पार्टी, जिसने ट्रांसजेंडर को दी इतनी बड़ी जिम्मेदारी जेंडर बदलवाने वाली अप्सरा का असली नाम अजय रेड्डी है सर्जरी के लिए 8 महीनों तक रहना पड़ा बैंकॉक में
आंध्र प्रदेश की अप्सरा रेड्डी को महिला कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही कांग्रेस भारत की ऐसी पहली पार्टी बन गई है, जिसने ट्रांसजेंडर को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। आज अप्सरा को लोग इज्जत भरी निगाहों से देखते हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब लोग हमेशा उनका तिरस्कार करते थे।
अप्सरा रेड्डी के लड़के से लड़की बनने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। आइए जानते हैं कि आखिर कहां उन्होंने अपना जेंडर बदलवाया। अप्सरा रेड्डी का असली नाम अजय रेड्डी है, उनका जन्म आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में हुआ था। उन्होंने थाईलैंड के येन ही अस्पताल से लिंग परिवर्तन कराया है। ऑपरेशन के बाद तीन महीनों तक उनकी देखरेख की गई। सर्जरी के लिए 8 महीनों तक अप्सरा को बैंकॉक में ही रहना पड़ा। उनका ऑपरेशन डॉक्टर सोमभून थामरुन्गरांग ने किया था।
भेदभाव के कारण लिया फैसला
अप्सरा ने जेंडर बदलवाने का फैसला स्कूल, कॉलेज से लेकर ऑफिस तक में होने वाले भेदभाव के बाद लिया। पूर्व में वो पत्रकार भी रह चुकी हैं और उन्होंने अमिताभ बच्चन, माइकल शूमाकर, निकोलसस केज और ऐश्वर्या राय का इंटरव्यू भी लिया है। उन्होंने मई 2016 में जयललिता की पार्टी AIADMK से जुड़कर राजनीति में कदम रखा था, जिसके बाद वो भाजपा में चली गईं और अब उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली है। अप्सरा एक तमिल शो भी होस्ट कर चुकी हैं।
खुदकुशी के आते थे विचार
आठ घंटे से भी ज्यादा देर तक चली सर्जरी के बाद उनका लिंग परिवर्तन हो सका। होश में आने के बाद उन्हें काफी दर्द भी झेलना पड़ा, लेकिन वो इससे काफी खुश हुईं। अप्सरा के फैसले से उनके पिता बेहद नाराज थे, लेकिन उनकी मां ने उनका पूरा साथ दिया। सर्जरी के 4 दिनों बाद तक उन्हें अस्पताल में ही रहना पड़ा और इसके बाद अप्सरा को डिस्चार्ज कर दिया गया। अप्सरा बताती हैं कि हार्मोन थैरेपी के बीच उन्हें अक्सर खुदकुशी के विचार आते थे।
Source: Bhaskarhindi.com
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